मौजूदा हालात में ऐसा लगता है कि सफल आदमी वही है, जो वर्तमान संसार में अपनी जड़ें मज़बूत किए हुए हो, लेकिन मौत इस झूठ को पूरी तरह ख़त्म कर देगी। इसके बाद अचानक यह पता चलेगा कि वही आदमी मजबूत बुनियाद पर खड़ा हुआ था, जिसे संसार वालों ने बेबुनियाद समझ लिया था और उन सारे लोगों की कोई हकीकत ही नहीं थी, जो मौत से पहले के हालात में प्रत्यक्ष रूप से सम्मान एवं उन्नति की ऊँचाइयों पर बैठे हुए दिखाई देते थे।
मौलाना वहीदुद्दीन खान 'सेंटर फॉर पीस एंड रिएलिटी, नई दिल्ली के संस्थापक है। नका मानना है कि शांति और आध्यात्मिकता एक ही सिके के दो पहलू है आध्यात्मिकता शांति की आंतरिक संतुष्टि है और शांति कता की बाहरी अभिव्यक्ति विश्व याति में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान प्राप्त है।