Soulveda
तज़्किये (self-purification) का हर वक्तव्य और हर लेख एक और विस्तार चाहता है और यह विस्तार केवल वह इंसान कर सकता है, जो तज़्किये का इच्छुक हो।
तज़्किये की प्राप्ति के लिए आवश्यक है कि तज़्किये…
Soulveda
प्राचीन युग में संगत का केवल एक माध्यम था और वह है एक-दूसरे से डायरेक्ट मुलाकात। वर्तमान युग दूरसंचार और संपर्क का युग है। आज के युग में यह संभव हो गया है कि कोई व्यक्ति दूर रहते हुए भी…
Soulveda
आत्मनिरीक्षण के माध्यम से आदमी का मन-मस्तिष्क जागरूक होता है, इंसान के व्यक्तित्व में हलचल पैदा होती है। उसके अंदर अपने में सुधार करने की उमंग जागती है। इस तरह आत्मनिरीक्षण इंसान को बौद्धिक…
Soulveda
यीशु मसीह ने एक बार कहा था, “मनुष्य केवल रोटी से जीवित नहीं रह सकता।” (मत्ती, 4:4) यीशु का मतलब यह था कि केवल भौतिक प्रावधान पर्याप्त नहीं होते। रोटी से केवल हमारा शारीरिक स्वास्थ्य बना…
Speaking Tree
There are 114 chapters in the Quran, some long and some short. The first verse of the first chapter reads:
All praise is due to God, the Lord of the Universe. (1:2)
The last chapter…
Speaking Tree Blog | October 30, 2023
The Quran advocates a purposeful life. It exhorts people not to indulge in useless talk or useless activity. On this subject there is a particularly apt verse…